प्यारे दोस्तों,
मेरे विभाग मै आपका स्वागत है . दोस्त बनाना आसन है. पर दोस्ती निभाना बड़ा मुश्किल है. क्योकि दोस्ती मागती है निस्वार्थ प्यार और निस्वार्थ बलिदान. जीवन मै हरकोई सच्चा दोस्त नहीं बन सकता. ज़िन्दगी की राह मै थाली दोस्त और ताली दोस्त ज्यादा मिलते है. पर सच्चा दोस्त वोही होता है जो ज़िन्दगी के कठिन मार्ग पर हमेशा साथ चलता है.प्यार के लिए जहर तक पिने को तैयार रहता है .एक शायर ने कहा है
मै लबे शिकवा को सी लेता हु
हर हाल मै ज़िन्दगी जी लेता हु
जो हाथ महोब्बत से थाम ले
उस हाथ से मै ज़हर भी पी लेता हु
मै आपसे ऐसी ही दोस्ती चाहता हु . और मुजे यकीन है आपसे मुजे ऐसी ही दोस्ती अवश्य मिलेगी.
आज इतनाही .
फिर मिलेंगे
आपका
महेबूब देसाई
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