Friday, March 14, 2025

सद्भावना का इतिहास


आज से १८ साल पहले मुंबई में इस किताब "अलखने ओटले (महमंद साहब और मुस्लिम संतों के जीवन प्रसंग) का अनावरण जैन संत नम्रमुनि महाराज साहेब के कर कमलों से हुआ था : उस वक्त मुंबई के विधान सभ्य बाबा सिद्दीकी भी उपस्थित थे. उन दोनों के शुभ आशीष उन के हस्ताक्षरों में मौजूद है : किताब का प्रकाशन खर्च जैन मित्र सुरेशभाई गाला ने उठाया था. खुदा आज ऐसी सद्भावना की हम सब मिलकर दुआ माँगते है : आमीन